जिस देश में प्रतिभाशाली आदमी रोता हो या विदेश चला जाता हो,वह देश भारत
जैसा फटेहाल हो जाता है,मगर यह बात जातिवादी नेता समझ ही नहीँ सकता है.यदि
जन्म,जाति,प्रान्त,भाषा,लिंग,उम्र,गरीबी और विकलांग के बदले केवल
प्रतिभाशाली को आरक्षण दिया जाय,भले ही वह कोई भी हो,तब देश स्वर्ग बन सकता
है.
जन्म या जाति पर आरक्षण मिलने से केवल इन जातियो के ताकतवर लोगों और मुलायम,लालू,मायावती,हार्दिक पटेल जैसे नेताओं को फायदा होता है,आम आदमी को नहीँ.शासन चलाना बैल गाड़ी चलाने जैसा सरल काम नहीँ है,शासन चलाना हवाई जहाज़ चलाने जैसा जटिल काम है,जिसे कोई प्रतिभाशाली ही चला सकता है.
जन्म या जाति पर आरक्षण मिलने से केवल इन जातियो के ताकतवर लोगों और मुलायम,लालू,मायावती,हार्दिक पटेल जैसे नेताओं को फायदा होता है,आम आदमी को नहीँ.शासन चलाना बैल गाड़ी चलाने जैसा सरल काम नहीँ है,शासन चलाना हवाई जहाज़ चलाने जैसा जटिल काम है,जिसे कोई प्रतिभाशाली ही चला सकता है.
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