Sunday, October 18, 2015

सेक्युलर हिन्दू विरोधी होता है.

 एक धार्मिक आदमी हिंदू और मुसलमान में भेद नहीँ कर सकता,मगर एक धर्म से निरपेक्ष आदमी निश्चित ही किसी का विरोधी हो सकता है.बंगाल में नन के साथ बंगलादेशियो द्वारा बलात्कार पर हो हल्ला और कश्मीरी हिंदू ओरतों के बलात्कार पर सन्नाटा,ऐसा क्यों?मरनेवाला कभी हिंदू कभी मुसलमान होता है,फिर उनके परिवार को मिलनेवाली सरकारी नौकरी और सहायता में भेदभाव क्यों? जबकि हिंदू के मरने पर भी खून निकलता है,उसे 15 मिनट में खत्म करने की बात की जाती है ,क्या सेकुलर नेता और मीडिया ये बात समझेंगे?बंगलादेश,पाकिस्तान में ही नहीँ हिंदू बहुल हिंदुस्तान में हिंदू असुरक्षित हैं, लेकिन ये बात सेकुलर नेता और मीडिया नहीँ मानेगी.