Monday, June 1, 2015

मोदी शासक हैं और केजरीवाल नौटंकीबाज़ हैं.

प्रशासक (अफसर) हाथी के समान होता है,बहुत ज्यादा खाता,बहुत ज्यादा निकालता,बहुत धीमा चलता और काम करता है.शासक (नेता) महावत के समान होता है.यदि शासक (नेता) प्रशासक (अफसर)से डर जाय,उसकी चापलूसी करे,उससे कमीशन माँगने लगे या नौटंकी करने लगे तब वह कायदे से शासन नही कर सकता है.नरेंद्र मोदी ने पहले गुजरात और अब दिल्ली में प्रशासन के उपर पकड़ बनाकर अपने को शासक साबित किया जबकि नौटंकीबाज़ केजरीवाल शासक नहीँ बन पाए.